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Introduction – Blockchain Technology kya hai

हेलो दोस्तों।  आज की बदलती दुनिया में लगातार टेक्नोलॉजी का स्तर भी बढ़ता जा रहा हैं।  बहुत सारे नए टेक्नोलॉजी के अविष्कार लगातार हो रहे हैं।  इन् सब में सब से जायदा जो टेक्नोलॉजी पॉपुलर हो रही हैं वो है Block chain Technology , एक्सपर्ट्स के अनुसार ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी भविष्य में एक वरदान साबित हो सकती है। इतनी बड़ी बात कहने के पीछे बहुत बड़े कारण हैं।  आप सभी लोगो से अनुरोध हैं कि इस ब्लॉग को अंत तक पड़े और समझे , तभी आप ब्लॉकचैन तकनीक का सही मतलब समझ पाएंगे। इस ब्लॉग में डिटेल्स में जानते हैं कि  Blockchain Technology kya hai in Hindi ?

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ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या हैं ? (What is Blockchain Technology in Hindi ?)

Block chain एक ऐसी आधुनिक तकनीक हैं जिसके इस्तेमाल करने से किसी भी बिज़नेस नेटवर्क में उसके ट्रांसक्शन्स और डाटा को रिकॉर्ड किया जाता हैं और track किया जाता हैं। किसी भी तरीके की ट्रांसक्शन्स को blockchain technology का इस्तेमाल करने पर पूरी तरह से सेफ मन जाता हैं।  इसके पीछे की वजह ये हैं कि एक बार ट्रांसक्शन्स के Block chain Technology के द्वारा हो जाने पर, इस ट्रांसक्शन्स को बदला नहीं जा सकता हैं और ना ही इसे hack या फिर manipulate किया जा सकता हैं।  इसलिए Block chain Technology को आधुनिक दुनिया में सबसे अच्छी तकनीक माना जाता हैं।

Blockchain की अपनी इन्हीं खूबियों की वजह से बहुत सारे बड़े-बड़े बिज़नेस प्लेटफॉर्म्स अब ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं।  क्यों की सारे ही ब्यबसायिक लोग अपने डाटा की और अपने बिज़नेस की सुरक्षा चाहते हैं और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी इसमें एक बहुत ही अच्छा काम कर रही हैं।

ब्लॉकचैन क्यों ज़रूरी हैं ? (Why Blockchain is Important in Hindi)

ये बात हम सभी जानते हैं कि कोई भी बिज़नेस अपनी अच्छी सर्विसेज की वजह से चलता हैं।  और इन् सब में सही इनफार्मेशन के लेन-देन का रोल सबसे ज्यादा ज़रूरी होता हैं।  जितनी जल्दी एक सही Information को इस्तेमाल किया जायेगा और बिलकुल सटीक Information दी जाएगी उतना ही एक बिज़नेस grow करता हैं।

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Block chain Technology इन् सभी एक्टिविटीज में सबसे उपयुक्त हैं क्यों कि Block chain किसी भी तरीके कि जानकारी तो तुरंत डिलीवर करती हैं।  इसके इस्तेमाल से कोई भी जानकारी बिलकुल accurate , सेफ और transparent होती हैं।  एक जानकारी को Block chain पर स्टोर हो जाने के बाद बदला नहीं जा सकता हैं।

Block chain के इस्तेमाल से कोई भी पेमेंट ट्रांसक्शन्स , आर्डर ट्रांसक्शन्स , एकाउंट्स की जानकारी , उत्पादन की जानकारी और बहुत सारी अलग-अलग ट्रांसक्शन्स को बहुत ही सरल तरीके से track किया जा सकता हैं।  सारी ट्रांसक्शन्स के एक ही तरीके से दिखने के कारण Block chain सभी के लिए बिलकुल transparent होती हैं।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती हैं ? ( How Blockchain Technology Works in Hindi )

  • Block chain पर जब भी कोई ट्रांसक्शन होती हैं , ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी उसे ट्रांसक्शन को छोटे-छोटे ब्लॉक्स में कन्वर्ट करती हैं।  ट्रांसक्शन किसी भी तरह की हो सकती हैं जैसे की कोई financial ट्रांसक्शन , कोई प्रोडक्ट ट्रांसक्शन्स या फिर कोई सर्विस ट्रांसक्शन।  सभी तरह की ट्रांसक्शन्स को ब्लॉक्स में सेव कर दिया जाता हैं।  जिससे डाटा एकदम सिक्योर हो जाता हैं।
  • Block chain technology के इस्तेमाल करने पर जो भी ट्रांसक्शन की ब्लॉक्स generate होते हैं , वो सभी blocks एक दूसरे से connected रहते हैं।  ये सभी blocks मिलकर एक chain का निर्माण करते हैं। किसी भी ट्रांसक्शन या asset के मूव होने पर चाहे वो एक जगह से दूसरी जगह move हुयी हो या फिर एक owner से दूसरे owner को ट्रांसफर की गयी हो , सारा डाटा अलग-अलग blocks में इकठ्ठा होता हैं।  जिससे ट्रांसफर की गयी कोई भी ट्रांसक्शन या फिर कोई भी asset एक दम safe होता हैं।
  • किसी भी ट्रांसक्शन को जितनी बार ट्रांसफर किया जाता हैं उतनी बार ही नए-नए ब्लॉक्स generate होते हैं।  हर एक नया ब्लॉक पुराने सारे blocks से connected होता हैं। और सारी ट्रांसक्शन को verify करता हैं। अगर किसी तरह की कोई भी जानकारी नए ब्लॉक को नहीं मिलती हैं तो वो ट्रांसक्शन्स को उसी वक़्त रोक देता हैं। इसलिए ही Block chain technology को सेफ माना गया हैं क्यों की कोई भी गड़बड़ होने की गुंजाइश इसमें नहीं होती हैं।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के फायदे ? ( Benefits of Blockchain Technology in Hindi )

  • Block Chain Technology के अनेको फायदे हैं।  इसको समझने के लिए अप्प सब लोगो को थोड़ा सा ध्यान केंद्रित करना होगा।  आईये इसके फायदों के बारे में कुछ example से समझते हैं।
  • किसी भी बिज़नेस में या कंपनी में रिकॉर्ड को मेन्टेन किया जाता हैं।  उस रिकॉर्ड को मेन्टेन रखने के लिए Man -Power के साथ – साथ कुछ equipment’s का भी इस्तेमाल किया जाता हैं जैसे कि Laptops , कम्प्यूटर्स etc ।  हर एक रिकॉर्ड को maintain रखने के लिए उस रिकॉर्ड को डुप्लीकेट भी बनाया जाता हैं।  जैसे कि टैक्स के बिल्स , परचेस बिल्स, सेल्स बिल्स इत्यादि।  एक बिज़नेस को सही तरीके से चलाने के लिए बहुत सारे रिकार्ड्स के डुप्लीकेट रिकॉर्ड भी बनाये जाते हैं ताकि वक़्त आने पर उनका इस्तेमाल किया जा सके।
  • Block Chain Technology के इस्तेमाल ने इन् सभी activities को बहुत ही आसान बना दिया हैं। ब्लॉकचैन पर कोई अपना डाटा स्टोर कर सकता हैं जिसमे बहुत काम लगत आती हैं और डाटा पूरी तरह से सेफ रहता हैं।  बिना अनुमति के कोई भी उस डाटा को एक्सेस नहीं कर सकता।  कोई भी उसे हैक नहीं कर सकता और कोई भी किसी भी तरह की छेड़खानी नहीं कर सकता हैं।  जिससे डाटा एक सिक्योर रहता हैं और वक़्त पड़ने पर उस डाटा का इस्तेमाल भी किया जा सकता हैं।
  • अगर आप एक मेंबर हैं और Block Chain Technology का इस्तेमाल करता हैं तो आपको अपने डाटा की एक दम एक्यूरेट जानकारी प्राप्त होगी और उसी वक़्त पर प्राप्त होगी जब आप इसे प्राप्त करना चाहते हैं।  इस डाटा को एक्सेस सिर्फ वो ही लोग कर सकते है जिन्हे आप इसका एक्सेस देना चायेंगे । उनके अलावा बिना आपकी अनुमति के और कोई भी आपका डाटा को एक्सेस नहीं कर सकता हैं।
  • Block Chain टेक्नोलॉजी के द्वारा की गयी किसी बह तरह की ट्रांसक्शन एक दम सटीक होती हैं क्यों कि एक बार ट्रांसक्शन हो जाने पर ये हमेशा के लिए उसमे स्टोर हो जाती हैं।  कोई भी इसमें ट्रांसक्शन हो जाने बाद किसी भी तरह का बदलाब नहीं कर सकता हैं।

ब्लॉकचैन नेटवर्क कितने प्रकार की होती है ? ( Types of Blockchain Network in Hindi )

ब्लॉकचैन नेटवर्क चार तरीके की होती हैं।  आईये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

Public Blockchain Network in Hindi –

सबसे पहले इस्तेमाल में आने वाली ब्लॉकचैन पब्लिक ब्लॉकचैन कहते हैं।  इस ब्लॉकचैन को कोई भी इस्तेमाल कर सकता हैं।  जैसे की क्रिप्टो करेंसी में इस्तेमाल होने वाले coins और टोकं।  ये सारे Public Block Chain Network का इस्तेमाल करते हैं।  इसका एक नुकसान भी हैं कि कोई भी ट्रांसक्शन Public Block Chain Network पर एक दम ट्रांसपेरेंट रहती हैं।  दुनिया के किसी भी कोने से कोई भी इस ट्रांसक्शन्स कि जानकारी ले सकता हैं।  इसकी सिक्योरिटी में भी कुछ खामियां हैं इसलिए BUSINESSES पब्लिक ब्लॉकचैन नेटवर्क का इस्तेमाल जायदा नहीं करते हैं।  कुछ ही छोटे-छोटे कामो के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

Private Blockchain Network in Hindi –

Private Block Chain Network बिलकुल पब्लिक ब्लॉकचैन नेटवर्क कि तरह ही काम करता हैं, लेकिन Users चाहे तो अपने डाटा को प्राइवेट रख सकते हैं।  बिना उनकी अनुमति के कोई भी उनके डाटा को ना ही देख सकता हैं और ना ही इस्तेमाल कर सकता हैं। क्यों कि ये एक Decentralized Peer -2 -Peer  नेटवर्क पर बनी होती हैं।  अगर कोई भी संघठन किसी नेटवर्क का निर्माण करता हैं तो वो ये निर्धारित कर सकता हैं कि कौन-कौन उनकी ब्लॉकचैन पर डाली गयी जानकारी को देखेगा, कौन उसमे बदलाब करेगा , कौन उसका इस्तेमाल करेगा और कौन उसको शेयर करेगा।  इस पर पूरा कंट्रोल लिया जा सकता हैं।

Permissioned Blockchain Network in Hindi –

 Permission ब्लॉकचैन एक तरह से प्राइवेट ब्लॉकचैन की तरह होती है।  लेकिन एक खास अनुमति के तहत ही इसको इस्तेमाल किया जा सकता हैं।  जो भी संघठन या कंपनी ब्लॉकचैन का इस्तेमाल करती हैं वो ये निर्धारित कर सकते हैं कि किस-किस पर्सन को ब्लॉकचैन को access करने कि परमिशन है।  वो इसे किसी निर्धारित काम करते के लिए भी परमिशन दे सकते हैं और वक़्त पड़ने पर परमिशन को वापस भी ले सकते हैं।

 Consortium Blockchain in Hindi –

 कुछ संघठन या कम्पनीज मिलकर एक ब्लॉकचैन पर अपना काम करते हैं।  और ये निर्धारित करते हैं कि कौन-कौन इसको एक्सेस कर सकता हैं और कौन-कौन इसमें ट्रांसक्शन्स पर काम कर सकता हैं।  इसके लिए सभी कम्पनीज की सह अनुमति होना ज़रूरी होता हैं।  आपस की  सह अनुमति से ही Consortium ब्लॉकचैन को इस्तेमाल किया जा सकता हैं।  Consortium ब्लॉकचैन उन् बिज़नेस के लिए बहुत उपयुक्त होती हैं जो बिज़नेस अलग -अलग डिपार्टमेंट में बटें होते हैं।  सभी डिपार्टमेंट को निश्चित एक्सेस करने की सुविधा प्रदान करता है।

ब्लॉकचेन तकनीक की खोज किसने की?  (WHO DISCOVERED BLOCKCHAIN TECHNOLOGY IN HINDI)

ब्लॉकचेन तकनीक को 21वीं सदी के सबसे बड़े innovations में से एक माना जा सकता है क्योंकि finance, manufacturing,  retail, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर इसका प्रभाव दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। लेकिन हम में से ज्यादातर लोग यह नहीं जानते हैं कि ब्लॉकचेन का इतिहास 1990 के दशक की शुरुआत का है जब कुछ ब्लॉकचेन उत्साही और आकांक्षी लोगो ने इस बारे में विचार करना शुरू कर दिया था।

एक ब्लॉकचेन जैसा प्रोटोकॉल पहली बार क्रिप्टोग्राफर डेविड चाउम द्वारा 1982 के अपने शोध प्रबंध में प्रस्तावित किया गया था। फिर 1991 में, स्टुअर्ट हैबर और डब्ल्यू स्कॉट स्टोर्नेटा ने एक क्रिप्टोग्राफ़िक रूप से सुरक्षित ब्लॉकचेन का वर्णन किया जिसमें दस्तावेज़ टाइमस्टैम्प के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती थी।

हालाँकि, पहले विकेन्द्रीकृत ब्लॉकचेन (Decentralized Blockchain) की अवधारणा का श्रेय 2008 में एक अज्ञात व्यक्ति या लोगों के समूह को दिया जाता है, जिन्हें सतोशी नाकामोटो के नाम से जाना जाता है। नाकामोटो ने एक विश्वसनीय पार्टी द्वारा हस्ताक्षरित किए बिना टाइमस्टैम्प ब्लॉक में Hashcash जैसे तरीकों को पेश करके और उस दर को स्थिर करने के लिए एक कठिनाई पैरामीटर पेश करके डिजाइन में एक महत्वपूर्ण सुधार किया जिस पर ब्लॉक को श्रृंखला में जोड़ा जाता है। इन सुधारों के कारण ब्लॉकचेन को केंद्रीय प्राधिकरण की आवश्यकता के बिना स्वायत्त रूप से प्रबंधित किया जा रहा है।

ये सुधार इतने मूल्यवान थे कि वे क्रिप्टोक्यूरेंसी की दुनिया की जान बन गए। आज भी ये डिजाइन क्रिप्टोकुरेंसी की दुनिया में सभी लेनदेन के लिए सार्वजनिक खाताधारक के रूप में कार्य करता है।

ब्लॉकचेन vs इंटरनेट तकनीक (BLOCKCHAIN TECHNOLOGY VS INTERNET TECHNOLOGY IN HINDI)

Concept: 

इंटरनेट तकनीक की अवधारणा हर चीज को वास्तविक समय में इंटरनेट से जोड़ना और सूचनाओं के आदान-प्रदान पर अधिक ध्यान केंद्रित करना है।

जबकि ब्लॉकचेन अनिवार्य रूप से एक डिजिटल लेज़र के माध्यम से मूल्य के आदान-प्रदान पर ध्यान केंद्रित करता है जो एक पीयर-टू-पीयर नेटवर्क में लेनदेन को ब्लॉक के रूप में रिकॉर्ड करता है, जबकि लेनदेन को एन्क्रिप्ट और प्रमाणित करता है और उन्हें सुरक्षित रखता है।

Technology: 

इंटरनेट तकनीक, जैसा कि नाम का तात्पर्य है, विश्व स्तर पर संचालित भौतिक चीजों का एक नेटवर्क है जो समझ, संचार और कार्यक्रम कर सकता है। स्मार्ट उपकरणों द्वारा उत्पन्न डेटा का एकीकरण, विनिमय और विश्लेषण इंटरनेट प्रौद्योगिकी द्वारा समर्थित है | दूसरी ओर, ब्लॉकचैन एक विकेन्द्रीकृत डेटाबेस है जो किसी भी मूल्य के लिए धन के हर आदान-प्रदान को रिकॉर्ड करता है, जैसे कि रियल एस्टेट, स्टॉक, बॉन्ड, कॉपीराइट, और बहुत कुछ।

 Applications: 

दुनिया भर के लगभग सभी उद्योगों ने कृषि, मौसम पूर्वानुमान, स्वास्थ्य और फिटनेस, स्मार्ट सुरक्षा प्रणालियों, स्मार्ट घरेलू उपकरणों आदि जैसी विभिन्न प्रक्रियाओं को सरल बनाने के साथ-साथ स्वचालित करने के लिए पहले से ही इंटरनेट तकनीक को अपनाया है।

इसके विपरीत ब्लॉकचेन के उपयोग के मामलों की कई अलग-अलग क्षेत्रों में विस्तृत श्रृंखला पाई जा सकती है जैसे भुगतान प्रसंस्करण, डिजिटल वोटिंग, हथियार ट्रैकिंग, आपूर्ति श्रृंखलाओं की निगरानी, वफादारी लाभ प्रदान करना, डेटा साझाकरण आदि।

ब्लॉकचैन का बिज़नेस में इस्तेमाल  ( Blockchain Use in Business in Hindi )

 Blockchain का इस्तेमाल वैसे तो बहुत सारे बिज़नेस कम्पनीज ने शुरू कर दिया हैं लेकिन हम जानते हैं किस सेक्टर के बिज़नेस में इसे इस्तेमाल किया जा सकता हैं।

Use of  Blockchain in Supply Chain Sector in Hindi

 Supply Chain सेक्टर एक ग्रोइंग सेक्टर हैं जिसमे बड़ी मात्रा में डाटा तो स्टोर किया जाता है और इसका रिकॉर्ड मेन्टेन किया जाता हैं।  ब्लॉकचैन का इस्तेमाल इस सेक्टर में अच्छा साबित हो सकता हैं।

 Use of  Blockchain in Healthcare Sector in Hindi

 Healthcare सेक्टर में बहुत सारी  बड़ी-बड़ी कम्पनीज ने ब्लॉकचैन का इस्तेमाल शुरू कर दिया हैं और दिन प्रतिदिन इसका इस्तेमाल बढ़ता जा रहा हैं।  इस सेक्टर बहुत ही बड़ी मात्रा में बिज़नेस डाटा को मेन्टेन रखना होता हैं।  इसके अलावा भी प्रोडक्ट के आयात-निर्यात को भी मेन्टेन रखना जरुरी हैं।

 Use of  Blockchain in Government Sector in Hindi

 किसी भी देश का Government सेक्टर बहुत बड़े लेवल पर काम करता हैं।  इसके अंदर बहुत सारे बिज़नेस ऑपरेट करते हैं।  मानव जीवन के ज़रूरत की सारी चीज़े सरकारी सेक्टर से जुड़ी हुई होती हैं।  ब्लॉकचैन के इस्तेमाल से इसको ऑपरेट करना बहुत आसान हो सकता हैं और आम लोगो तक सर्विसेज को आसानी से पहुँचाया जा सकता हैं।

Use of  Blockchain in Retail Sector in Hindi

Retail सेक्टर किसी भी देश का सबसे बड़ा प्लेटफार्म माना जाता हैं।  आप कोई भी ज़रूरत की वस्तु खरीदें , सारी वस्तुए रिटेल सेक्टर से जुड़ी हुई होती हैं।  Retail सेक्टर में रिकार्ड्स को मेन्टेन करना अपने आप में एक बड़ा चैलेंज हैं। बिलिंग , सर्विसिंग, ट्रांसपोर्टेशन से लेकर सप्लाई करने तक सारा जिम्मा रिटेल सेक्टर का होता हैं।  ब्लॉकचैन का इस्तेमाल एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं।

Use of  Blockchain in Media & Advertising Sector in Hindi

मीडिया और एडवरटाइजिंग सेक्टर किसी भी देश के चौथे स्तम्भ माने जाने हैं। मीडिया और एडवरटाइजिंग की मदद से ही सही ख़बरों को और एक सही उत्पाद को पब्लिक तक पहुँचाया जाता हैं।  जिसमे जानकारी इकठ्ठा करना और उसको डिलीवर करना अपने आप में एक बहुत बड़ा रोल हैं। ब्लॉकचैन इस सेक्टर में कारगर साबित हो सकती हैं। 

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क्या ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी सिक्योर हैं ? ( Is Blockchain Technology Secure in Hindi )

ब्लॉकचैन के सिक्योर होने को लेकर इस सवाल का जवाब हैं कि हाँ , ब्लॉकचैन एक सिक्योर टेक्नोलॉजी हैं।  जिस तरह से इंटरनेट पर हैकर्स के द्वारा हैकिंग की जाती हैं।  ब्लॉकचैन पर किसी भी डाटा को हैक करना लगभग एक नामुमकिन काम हैं।  क्यों कि ब्लॉकचैन बहुत सारे Nodes और Blocks को मिलकर बनती हैं।

इसको हैक करने के लिए सारे नोड्स और ब्लॉक्स को हैक करना होगा। जो कि एक नामुमकिन काम हैं। ब्लॉकचैन एक स्पेशल फीचर ये हैं कि बहुत सारे कम्प्यूटर्स ब्लॉकचैन से कनेक्टेड होते हैं।  किसिस एक कंप्यूटर को हैक करना तो आसान हैं लेकिन बहुत सारे कम्प्यूटर्स को हैक करना मुश्किल।

इंडिया में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ( Use of Blockchain Technology in India in Hindi )

इंडिया एक ग्रोइंग देश हैं।  ब्लॉकचैन को लेकर भारत काफी संबाद चर्चा में हैं।  लेकिन इंडिया में भी ब्लॉकचैन के adaptability को बिलकुल भी इग्नोर नहीं किया जा सकता।  क्रिप्टो करेंसी की फील्ड  में इंडिया में बहुत सारे एक्सचैंजेस मौजूद हैं ये सारे ब्लॉकचैन का ही इस्तेमाल करते हैं।  इसके अलावा भी भारत की सरकार अलग-अलग बिज़नेस में ब्लॉकचैन के इस्तेमाल को लेकर कार्यरत हैं और इसपे लगातार विचार विमर्श चल रहा हैं।

जैसे-जैसे ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा हैं।  ब्लॉकचैन डेवेलपर्स की डिमांड भी बढ़ती जा रही हैं।  बहुत सारे स्टूडेंट्स ब्लॉकचैन की फील्ड में अपना कैरियर बनाने में उत्सुक हैं क्यों की ये एक ग्रोइंग फील्ड हैं और कैरियर को ऊंचाई पर ले जाने में सार्थक हैं।

भारत को डिजिटल इंडिया बनाने की राह में बहुत सारे काम प्रगति पैर हैं।  और भारत को पूरी तरह से डिजिटल करने के लिए ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी एक कारगर हथियार साबित हो सकता हैं।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बढ़ते रुझान  ( Growing Trends in Blockchain Technology in Hindi )

ब्लॉकचैन का इस्तेमाल आज कि तारीख में केवल क्रिप्टो करेंसी तक ही सीमित नहीं रह गया हैं।

NFT’s

NFT एक बढ़ता हुआ ट्रेंड है।  इसका मतलब होता है Non-Fungible Tokens। विश्व भर में बहुत बड़ी मात्रा में लोग अपनी आर्ट को डिजिटल प्लेटफार्म के द्वारा मार्किट में सेल करते हैं जिन्हे NFT कहा जाता हैं।  किसी भी NFT को लांच करने के लिए ब्लॉकचैन के जरुरत पड़ती हैं।  बहुत से लोग इसकी तरफ लगातार काम कर रहे और अपनी-अपनी प्रतिभा को digitally सेल कर रहे हैं। आने वाले दिनों में ब्लॉकचैन का NFT मार्किट में रोल और बढ़ने कि उम्मीद हैं।

Metaverse

Metaverse को आधुनिक दुनिया का एक Virtual वर्ल्ड कहा जाता हैं।  इसके आने वाले दिनों में ट्रेंड बहुत ही जोरों पर होगा।  Metaverse अपने Users को एक कभी न भूलने वाला अनुभव प्रदान करता हैं।  बहुत सारे एक्सपर्ट्स कि नज़र में Metaverse की दुनिया ही भविष्य की दुनिया होगी जो कि ब्लॉकचैन के  बिना नहीं बन सकती।  इसलिए  ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल Metaverse की दुनिया में सबसे ज्यादा होगा।

BAAS

BAAS का अर्थ हैं Blockchain as a Service.

ये एक ऐसी सर्विस हैं जिसके इस्तेमाल से यूजर ब्लॉकचैन के मदद से अपनी डिजिटल प्रोडक्ट्स को क्रिएट कर सकते हैं।  बड़ी कम्पनीज जैसे की माइक्रोसॉफ्ट और अमेज़न इसका इस्तेमाल भी शुरू कर चुकी हैं। Hyper ledger Cello नाम का प्रोजेक्ट जो की BaaS टेक्नोलॉजी का ही बनाया हुआ है, ये TOOLS और APPLICATIONS का एक प्लेटफार्म बनाता हैं जिससे Users को अपने डिजिटल प्रोडक्ट्स बनाने में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में माध्यम से सुविधा प्रदान होती हैं।

eCommerce

eCommerce के बारे में तो हम सभी जानते ही हैं।  लेकिन अब eCommerce इंडस्ट्री भी ब्लॉकचैन का इस्तेमाल करने के लिए लालायित हैं।  अपने कस्टमर्स की डिजिटल identification के लिए eCommerce industry अब ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही हैं।  जिससे eCommerce इंडस्ट्री के लोग supply chain management और customer data protection की फील्ड में लगातार इम्प्रूवमेंट को सार्थक कर रहे हैं।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के प्रचलित होने का कारण ( Reason to Boom Blockchain Technology in Hindi )

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के प्रचलित होने के कई कारण हैं।  क्यों कि ये दुनिया के हर एक फील्ड बहुत ही सेफ टेक्नोलॉजी मानी जाती हैं लेकिन इसकी ख्याति के बढ़ने का कारण pandemic को बताया जाता हैं।  पिछले कुछ सालों में दुनिया भर महामारी की वजह से बहुत नुकसान हुआ।  तभी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी की स्पेशलिटी के बारे में लोग रूबरू हुए।

कम्पनीज को अपने काम के वर्क फ्लो को बढ़ाने के लिए ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सही लगा।  और बहुत साडी कम्पनीज DIGITALIZATION की तरफ मूव होने लगी।  जिसमे उन्हें ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी की ज़रूरत महसूस होने लगी और उन्होंने इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया।  लगातार बढ़ते हुए डिजिटल ट्रेंड को देखते हुए आने वाले वक़्त में और बहुत सी कम्पनीज भी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करने लिए बड़ रही हैं।

ब्लॉकचेन तकनीक के फायदे और नुकसान (ADVANTAGES AND DISADVANTAGES OF BLOCKCHAIN TECHNOLOGY IN HINDI)

ब्लॉकचेन में नई तकनीक और इंटरनेट के प्रति उत्साही लोगों की रुचि दिन-ब-दिन बढ़ रही है, जिससे ब्लॉकचेन के फायदे और नुकसान का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण हो गया है। तो आइए जानते हैं आज की ब्लॉकचेन तकनीक के फायदे और नुकसान के बारे में।

ब्लॉकचेन तकनीक के फायदे (ADVANTAGES OF BLOCKCHAIN TECHNOLOGY IN HINDI)

Open network:

ब्लॉकचेन तकनीक के महत्वपूर्ण लाभों में से एक यह है कि यह सभी के लिए खुला है, जिसका अर्थ है कि कोई भी ब्लॉकचेन का सदस्य बन सकता है और वितरित नेटवर्क में शामिल होने के लिए किसी की सहमति की आवश्यकता नहीं है।

Highly Secure:

ब्लॉकचेन तकनीक के प्रत्येक सदस्य को उनके खाते से जुड़ा एक विशिष्ट पहचानकर्ता सौंपा जाता है जो नेटवर्क को अत्यधिक सुरक्षित बनाता है। इसके अतिरिक्त, ऑन-चेन ब्लॉक एन्क्रिप्शन किसी भी हैकर के लिए चेन के सेटअप में हस्तक्षेप करना मुश्किल बना देता है।

Distributed:

ब्लॉकचैन डेटा अक्सर नोड्स के वितरित नेटवर्क पर कई उपकरणों में संग्रहीत किया जाता है, जो डेटा को तकनीकी विफलताओं या दुर्भावनापूर्ण हमलों के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी बनाता है।प्रत्येक नेटवर्क नोड डेटाबेस की एक प्रति को दोहराने और संग्रहीत करने में सक्षम है जिससे विफलता की किसी भी संभावना को समाप्त किया जा सकता है।

Verifiable Information:

ब्लॉकचेन तकनीक सूचनाओं को विकेंद्रीकृत तरीके से संग्रहीत करती है ताकि हर कोई सूचना की शुद्धता को सत्यापित कर सके। यह शून्य-ज्ञान प्रमाणों का उपयोग करके संभव है जहां एक पक्ष डेटा के बारे में कुछ भी बताए बिना दूसरे पक्ष को डेटा की शुद्धता साबित करता है।

Stability:

एक बार ब्लॉकचैन पर संग्रहीत और पंजीकृत होने के बाद, डेटा स्थिर हो जाता है और इसे हटाना या कोई बदलाव करना बेहद मुश्किल हो जाता है। यह गुणवत्ता किसी भी डेटा या वित्तीय रिकॉर्ड को संग्रहीत करने के लिए ब्लॉकचैन को एक महान तकनीक बनाती है जहां ऑडिट की आवश्यकता होती है क्योंकि प्रत्येक परिवर्तन को ट्रैक किया जाता है और एक वितरित और सार्वजनिक खाता बही पर स्थायी रूप से दर्ज किया जाता है।

Faster Processing of transactions:

ब्लॉकचेन की शुरूआत ने पारंपरिक तरीकों में आवश्यक बिचौलियों (intermediaries) को समाप्त कर दिया है, साथ ही लेनदेन में मैन्युअल प्रक्रियाओं को बदल दिया है। ब्लॉकचेन के इस लाभ ने लेनदेन को संसाधित करने के लिए आवश्यक समय को काफी कम कर दिया है।

No Third-Party Intervention –

वर्तमान में किसी भी सरकार या किसी वित्तीय संस्थान का ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करने वाली क्रिप्टोकरेंसी पर नियंत्रण नहीं है। इसका मतलब है कि कोई भी सरकार मुद्रा के मूल्य में हस्तक्षेप नहीं कर सकती है।

ब्लॉकचेन तकनीक के नुकसान (DISADVANTAGES OF BLOCKCHAIN TECHNOLOGY IN HINDI)

Immaturity: 

निवेशके लिए जनता का विश्वास हासिल करने के मामले में ब्लॉकचेन एक नई आविष्कृत तकनीक है।  विभिन्न उद्योगों में सफल ब्लॉकचेन के बावजूद, जो बहुत अच्छा कर रहे हैं, इसे अभी भी अधिक लोगों के विश्वास को जीतने की जरूरत है जो इसके पूर्ण मूल्य और उपयोग पर भरोसा कर सकते हैं और पहचान सकते हैं।

Scalability:

ब्लॉकचेनतकनीक की सबसे बड़ी कमियों में से एक यह है कि सूचनाओं को संग्रहीत करने के लिए ब्लॉकों के निश्चित आकार के कारण इसे बढ़ाया नहीं जा सकता है। एक ब्लॉक का आकार 1 MB होता है जिसके कारण यह केवल कुछ लेनदेन को ही स्टोर कर सकता है।

Time consuming process:

औद्योगिकउद्देश्यों के लिए उपयोग करने के लिए इसे तेज करने की आवश्यकता है क्योंकि कई बार ऑन-चेन खनिकों को अगले ब्लॉक को जोड़ने के लिए गैर-मानों (nonce values) की गणना करने की आवश्यकता होती है, जिससे यह एक समय लेने वाली प्रक्रिया बन जाती है।

Storage:

ब्लॉकचैनडेटाबेस को नेटवर्क के सभी नोड्स पर स्टोर किया जाता है, जिससे स्टोरेज की समस्या पैदा होती है। लेन-देन की संख्या बढ़ाने के लिए अधिक संग्रहण की आवश्यकता होगी।

Regulations:

हालांकिक्रिप्टोक्यूरेंसी किसी भी सरकार द्वारा विनियमित नहीं है, फिर भी ब्लॉकचेन को कभी-कभी कुछ वित्तीय संस्थानों के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ब्लॉकचेन को व्यापक रूप से अपनाने के लिए प्रौद्योगिकी के अन्य पहलुओं की आवश्यकता होगी।

Elimination of errors:

ब्लॉकचेन में त्रुटियों(errors) को, यदि कोई हो, समाप्त करना बहुत कठिन है, क्योंकि पीयर-टू-पीयर नेटवर्क के प्रत्येक नोड पर एप्लिकेशन को अपडेट करने की आवश्यकता होती है।

Legal formalities:

आधुनिकधन दुनिया के हर हिस्से में केंद्र सरकार द्वारा बनाया और नियंत्रित किया जाता है। इसलिए बिटकॉइन और बाकी क्रिप्टोकरेंसी  पहले से मौजूद वित्तीय संस्थानों और केंद्र सरकार के लिए स्वीकार किया जाना मुश्किल बन गया है।